प्रतियोगिता ( TOURNAMENT )
प्राचीन काल से ही मानव शारीरिक गतिविधियों में स्पर्धा करते आये है लेकिन तब कोई नियम और कानून नहीं थे परन्तु समय के साथ साथ कुछ नियम कानून अस्तित्व में आते रहे और खेल क्रियाओ को उनके दायरे में खेला जाना लगा
लेकिन आज के समय में जहा जिला , राज्य , राष्ट्रीय , और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल आयोजित किय जाते है ये खेल या प्रतियोगिता लोगो को उनके दिन-प्रतिदिन के तनावों को कम करने व मनोरजन प्रदान करने में आवश्य्क होती है
साथ ही प्रतिभागियों व खिलाडी के सर्वागीण विकास के लिए लाभकारी होते है किसी भी प्रतियोगिता में अनेको टीम या खिलाड़ियों द्वारा भाग लिया जाता है जिससे एक टीम अंत में जीत ती है और बाकि टीम हार जाती है परन्तु उन्हें सिखने को काफी कुछ प्राप्त होता है जो उनके विकास क्रिया को बढ़ाती है
आयोजन समिति द्वारा उचित देखरेख के अंतर्गत प्रतियोगिता को कराया जाता है जिससे समिति द्वारा कार्य को विभाजित करके आसानी से सभी कार्य को संचालन किया जाता है साथ ही सभी आवश्य्क उपकरणों व सामग्री की व्यवस्था कराई जाती है
प्रतियोगिता का महत्व ( IMPORTANCE OF TOURNAMENT)
प्रतियोगिता किसी भी खेल के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण होती है जोकि खिलाडी के विकास में लाभकारी होता है कोई भी प्रतोयोगिता न केवल खिलाडी के बल्कि कोच , अध्यापक व अन्य टीम अधिकारियो को भी विकास प्रदान कराती है जिससे उन्हें कुछ न कुछ सिखने को मिलता है
1- खेल कौशलों का विकास ( TO DEVELOPMENT OF SPORTS SKILL )
किसी भी खिलाडी द्वारा प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से उसकी क्रिया-कौशल का उचित रूप से विकास होता है साथ ही अन्य खिलाड़ियों से भी हमे सिखने को बहुत कुछ प्राप्त होता है ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से खिलाडी TECHNICAL SKILL में भी विकास होता है जोकि उनके GAME में दिखने को मिलता है
2 - खेल का प्रचार ( PROPAGANDA OF SPORTS )
प्रतियोगिता के माध्यम से खेल का प्रचार किया जाता है साथ ही साथ लोगो को खेल के प्रति जागरूक किया जाता है जिससे लोगो का लगाव भी खेल के प्रति हो सके साथ ही नये खिलाडी भी खेल में रूचि प्रदान करे
3 - अच्छे खिलाडी के चयन में लाभकारी ( HELPFUL IN THE SELECTION OF PLAYERS )
प्रतियोगिता के माध्यम से हम खिलाड़िओ के अच्छे प्रदर्शन करने पर उनका चयन करते है प्रतियोगिता में जो खिलाडी अच्छा प्रदर्शन करते है उन्हें UPPER LEVEL की प्रतियोगिता के लिए SELECTION करते है और एक बेहतर टीम का निर्माण करते है जो प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने के योग्य हो
4 - राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय एकीकरण में विकास
प्रतियोगिता राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय देशो में एकता व भाईचारे की भावना को बढ़ाने का प्रयास करती है प्रतियोगिता ही अंतराष्ट्रीय स्तर पर एकता की भावना व शांति बनाय रखने के लिए प्रेरित करती है
5 -सामाजिक गुणों का विकास
प्रतियोगिता के माध्यम हिस्सा लेने वाले खिलाडी में सामाजिक गुणों , सहयोग , भाईचारे , अनुसासन , तालमेल आदि लक्षण का विकास होता है
6 - व्यक्तिगत विकास
प्रतियोगिता के माध्यम से खिलाडी में व्यक्तिगत का विकास भी होता है साथ ही उसे नैतिक मूल्यों जैसे- न्याय , निष्पक्ष खेल , ईमानदारी व अपने प्रतिबंदी का सम्मान आदि गुणों का भी विकास हो जाता है जो उसके अच्छे व्यक्तित्व को दर्शाते है
प्रतियोगिता के प्रकार
- नॉक आउट प्रतियोगिता
- लीग और राउंड रोबिन प्रतियोगिता
- कॉम्बिनेशन प्रतियोगिता
- चैलेंज प्रतियोगिता
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